सर्वोत्तम पक्षकार - Kashi Patrika

सर्वोत्तम पक्षकार

जीवन के अनेक टेढ़े-मेढ़े रास्तो पर हमें हमारे जीवन साथी के साथ की आवश्यक होती है तो फिर ऐसा क्यों होता है की हम अपने जीवन साथी से ही मनमुटाव रखते है। आज आप का ये सर्वोत्तम पक्षकार आपको अपने जीवन- साथी से सम्बन्ध मधुर रखने के बारे में बताएगा। 

तुम ही मेरी सुबह और शाम हो
प्रेम का ये जो बंधन है वो सात जन्मों का है ... 

पति-पत्नी के प्रेम भरे रिश्ते को मधुर बनाना उतना ही आवश्यक है जितना आपका जीवन अमूल्य है। हम कुछ मुख्य बातों पर ध्यान देकर इसे किस तरह मधुर बनाया जाए उस विषय पर बात करेंगे। जीवन की गाड़ी कभी भी एक पहिये से नहीं चलती; जब बड़े बुजुर्ग इस बात को कहते है तो हम अपने मन में चलने वाली हलचल में उसे नज़र अंदाज कर देते है। 

सबसे पहले हम यही बात करते है कि हमें इस हलचल को कैसे शांत करना है। इसका सबसे उत्तम उपाय यह है कि किसी से भी अपने पति-पत्नी के मधुर रिश्ते के विषय बात न करने लगा जाए। हम अक्सर देखते और सुनते है कि मन की उधेड़-बुन में पति-पत्नी अपने दोस्तों से अपने रिश्ते को शेयर करने लगते है। हमें इसे कभी भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए और रिश्तो को विश्वास के साथ अपने तक ही सिमित रखना चाहिए। 


अगर कोई मनमुटाव आ भी जाए तो उसे आपस में बैठ कर शांत मन से दूर कर लेना चाहिए। कहते है न रहिमन निज मन की व्यथा मन ही राखो कोए सुन इठलैहे लोग सब बांट न लीन्हें कोई। तो आप को अपने मधुर रिश्ते को खुद ही सुलझाना होगा। ज्यादा हलचल है तो किसी एक्सपर्ट की राय ले सकते हैं। 


रिश्ता मधुर रहे इसके लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं :


- हमेशा अपने जीवन साथी की भावनाओं का ख्याल रखें। 
- आपके जीवन साथी से महत्वपूर्ण कोई नहीं है तो हमेशा उसकी सफलता और असफलताओं को अपनी सफलता और असफलताए समझें।  
-  समय-समय पर अपने जीवन साथी को एहसास  दिलाएं कि आज भी आप उनसे उतना ही प्रेम करतें है जितना पहले किया करतें थे।  
- अपनी गलतियों के लिए अपने जीवन साथी से माफ़ी मांगे जैसे आप अपनी गलती पर खुद से मांगते है। 
- समय-समय पर अपने जीवन साथी के साथ पर्सनल समय बिताए जिसमे दूसरा कोई भी न हों। 
- बच्चों का ध्यान दोनों मिलकर अपनी आपसी सहमती से रखें इत्यादि। 

 एक मधुर रिश्ते की पहचान दोनों का फूल की तरह मुस्कुराता चेहरा होता है।  

- सर्वोत्तम पक्षकार 

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