बाबा सुतनखु का खत - Kashi Patrika

बाबा सुतनखु का खत

गपशप 

कइसन बाड़ा बचवा लोगन, बाल बच्चा सब मस्ती में ओउर बतावल जाए । आज गपशप वदे कुछ खास ता होउखे नाहि। 
लोगन जा आपन सुनावल जाए इहा  गावे में एक ऒर पूर्वा है ता एक तरफ बिजली दुनो जाने मिल के बवाल मचईले हउअन जा। खैर जब कोई आपन घोड़ा राजभाट के देकर गधा चढ़ी ता दूसर कोई का कर लेही ओमे। 
यह खरपत्तूआ दिन दोगुना रत चौगुना बढ़ल जात ह ऒर हम घटल जात हई।  

खैर ई सब ता ऊपर वाला की मर्जी बाटे जे के चाहे बढ़ा दे, जे के चाहे गिरा ले। बात गर्मी के त इ में खूब पानी पियल जा बचवा लोगन जितना पसीना निकले सही साल भर का बीमारी बहार निकल जा ला गर्मीया में।  हो सके ता नीबू पानी खूब पियल करा बचवा लोगन। 

बाकि मिले पे। 

- बाबा सुतनखु 

2 comments:

  1. i go again and again to read this article of yours.. naam ka kya matlab hai janna chta hun.. i love this language and want to read so i can also speak.. and very few things are available to read in it

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    1. गावें में अइसने नाम प्यार से रख देवलं जा ला, इंकर नाम इनके बाउ जी और चाचा जी के नाम के मिला के रखाइल बा सुतं और तांखुर्वा.

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