हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया पर्व का विशेष महत्व है। इस मुहूर्त को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा क्यों, आइए जानें...
- आज ही के दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था
- मां अन्नपूर्णा का जन्म की भी मान्यता है
- मां गंगा का अवतरण हुआ था
- द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज के ही दिन बचाया था।
- कुबेर को आज के दिन खजाना मिला था।
- सतयुग और त्रेतायुग का प्रारब्ध आज के दिन हुआ था।
- कृष्ण और सुदामा का मिलन भी अक्षय तृतीया पर हुआ था।
- ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण।
- प्रसिद्ध तीर्थ बद्री नारायण का कपाट आज के दिन खोले जाते हैं।
- वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में श्री विग्रह के चरण दर्शन होते हैं अन्यथा सालभर चरण वस्त्रों से ढके रहते हैं।
- महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था।
अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयंसिद्ध मुहूर्त है, कोई भी शुभ कार्य का प्रारंभ किया जा सकता है।
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