खबर दिलचस्प
चेन्नई के एक स्कूल द्वारा दिया गया असाइंमेंट लिस्ट आजकल सोशल मीडिया पर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। खास बात यह है कि स्कूल ने यह होमवर्क बच्चों को नहीँ, बल्कि उनके माता-पिता को दिया है। दिलचस्प यह है कि इस होमवर्क से न तो बच्चे छुट्टियों की मौज-मस्ती में रुकावट आएगा और न ही पैरेंट्स परेशान होंगे।
चेन्नई स्थित 'अन्नाई वायलेट मैट्रीकुलेशन एंड हायर सेकेंडरी स्कूल' के असाइंमेंट में पैरेंट्स का बच्चों के साथ टाइम बिताने को महत्व दिया गया है। इस होमवर्क में अभिभावकों के लिए लिखा है कि वे अपने बच्चों के साथ दिन में दो बार खाना खाएं और उन्हें किसानों का महत्व बताते हुए खाना बर्बाद न करना सिखाएं।
इसके अलावा स्कूल के टास्क में काम करने वाले लोगों (लेबर) के महत्व के बारे में, पड़ोसियों के साथ तालमेल, ग्रैंड पैरेंट्स के साथ सबंध, जानवरों से प्यार करना और खुद बगीचे तैयार करने जैसे टास्क माता-पिता को दिए गए हैं, जिन्हें वो अपने बच्चों को बताएं और सिखाएं। स्कूल के होमवर्क देने के इस तरीके को सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है।
माता-पिता से यह निवेदन भी किया गया है कि वे इन एक्टिविटिज की तस्वीरें स्कूल को भेजें या फिर वे इसका फोटो एलबम भी बना सकते हैं। बच्चों का सर्वांगीण विकास के लिए ये टास्क दिए गए हैं। जहां एक ओर देश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते रहते हैं, वैसे में स्कूल का यह कदम वाकई सराहनीय है।
चेन्नई के एक स्कूल द्वारा दिया गया असाइंमेंट लिस्ट आजकल सोशल मीडिया पर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। खास बात यह है कि स्कूल ने यह होमवर्क बच्चों को नहीँ, बल्कि उनके माता-पिता को दिया है। दिलचस्प यह है कि इस होमवर्क से न तो बच्चे छुट्टियों की मौज-मस्ती में रुकावट आएगा और न ही पैरेंट्स परेशान होंगे।
चेन्नई स्थित 'अन्नाई वायलेट मैट्रीकुलेशन एंड हायर सेकेंडरी स्कूल' के असाइंमेंट में पैरेंट्स का बच्चों के साथ टाइम बिताने को महत्व दिया गया है। इस होमवर्क में अभिभावकों के लिए लिखा है कि वे अपने बच्चों के साथ दिन में दो बार खाना खाएं और उन्हें किसानों का महत्व बताते हुए खाना बर्बाद न करना सिखाएं।
इसके अलावा स्कूल के टास्क में काम करने वाले लोगों (लेबर) के महत्व के बारे में, पड़ोसियों के साथ तालमेल, ग्रैंड पैरेंट्स के साथ सबंध, जानवरों से प्यार करना और खुद बगीचे तैयार करने जैसे टास्क माता-पिता को दिए गए हैं, जिन्हें वो अपने बच्चों को बताएं और सिखाएं। स्कूल के होमवर्क देने के इस तरीके को सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है।
माता-पिता से यह निवेदन भी किया गया है कि वे इन एक्टिविटिज की तस्वीरें स्कूल को भेजें या फिर वे इसका फोटो एलबम भी बना सकते हैं। बच्चों का सर्वांगीण विकास के लिए ये टास्क दिए गए हैं। जहां एक ओर देश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते रहते हैं, वैसे में स्कूल का यह कदम वाकई सराहनीय है।
No comments:
Post a Comment