'बनारस'
काशी की हर गली और यहाँ तक की मकानों में भी शिवलिंग का होना शिव की नगरी का धोतक ही है।
शहर बनारस और शिवलिंग में हमने आपको काशी में प्रगट हुए शिवलिंगो की एक शृंखला प्रस्तुत की थी उसके
इस दूसरे भाग में हम शहर में शिवलिंग के हर कदम पर उपस्थित को और उन स्थानों को नामांकित कर रहे हैं।
भक्तो को बेलपत्र से शिव की पूजा और छटांक भर दूध चढ़ा सकेने में जो मन रमता है , वह उत्साह, उमंग और आस्था ही 'काशी' है।
भक्तो को बेलपत्र से शिव की पूजा और छटांक भर दूध चढ़ा सकेने में जो मन रमता है , वह उत्साह, उमंग और आस्था ही 'काशी' है।
शहर बनारस और शिवलिंग
शिवलिंग स्थान
२१ अश्वतेश्वर गोमठ
२२ मणिकर्णिकेश्वर मणिकर्णिका घाट
२३ ध्रुवेश्वर सूर्यकुंड
२४ करुणेश्वर लाहौरी टोला
२५ ज्वर हरेश्वर जैतपुरा
२६ मध्यमेश्वर विश्वेश्वर गंज के पास
२७ पितामहेश्वर "
२८ इराववेश्वर "
२९ कालेन्जरेश्वर केदार घाट
३० क्षमेश्वर "
३१ शांतनेश्वर "
३२ यमुनेश्वर "
३३ अक्षलेश्वर "
३४ नर्मदेश्वर "
३५ अग्नेश्वर ईश्वरगंगी
३६ योगेश्वर "
३७ ऊर्वशीश्वर अवसानगंज
३८ नकुलेश्वर विश्वनाथ जी
३९ आषढ़ेश्वर काशीपुरा
४० भारभूतेश्वर मछरहट्ट फाटक
हमने इस भाग में भी शिवलिंग के २० और स्थानों को उद्धृत किया है। लेखक श्री शम्भूनाथ मानव ने इनकी संख्या १५२ लिखी है।
अदिति
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