देश की पहली पेंग्विन का जन्म बुधवार को मुंबई में हुआ। दो साल पहले थाईलैंड से 8 पेंग्विन यहां लाईं गई थीं। 15 अगस्त की रात 8.02 मिनट पर शहर के भायखला के वीर जिजामाता भोसले पार्क (रानीबाग) में पेंग्विन का जन्म हुआ। रानीबाग के निदेशक संजय त्रिपाठी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पैदा हुई पेंग्विन सक्रिय है और उसकी मां उसे भोजन खिलाने की कोशिश भी कर रही है।" बता दें कि थाईलैंड से आठ हम्बोल्ट पेंग्विन को दो साल पहले 26 जुलाई, 2016 को यहां लाया गया था।
5 जुलाई को पेंग्विन ने दिया था अंडा
भायखला जू में लाई गईं पेंग्विन, मोल्ट और उसकी जोड़ीदार फ्लिपर ने 5 जुलाई को एक अंडा दिया था। इसके 40 दिन पूरे होने के बाद इस नन्हे पेंग्विन ने जन्म लिया। जानकारी के मुताबिक, थाईलैंड से लाई गईं आठ पेंग्विन में तीन नर और पांच मादा पेंग्विन शामिल थीं।
दो साल पहले थाईलैंड से लाई गई 8 पेंग्विन
थाईलैंड से आठ हम्बोल्ट पेंग्विन को दो साल पहले 26 जुलाई, 2016 को भायखला के वीर जिजामाता भोसले पार्क यानी की रानीबाग में लाया गया था। जिसमें लगभग 2.50 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इनमें तीन नर और पांच मादा पेंग्विन शामिल थीं। 18 अक्टूबर 2016 को इनमें से एक की मृत्यु हो गई। इसके बाद सिर्फ सात पेंग्विन ही बचे हैं। इन सात पेंग्विन में से डोनाल्ड- डेझी, ऑलिव-पॉपाया, मिस्टर मोईट- फ्लिपर नाम के तीन जोड़े तैयार हुए।
■ काशी पत्रिका



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