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११ से १५ मार्च तक १५ क्षेत्रीय व् अंतर्राष्ट्रीय नाटकों का किया गया मंचन 
वाराणसी अध्याय के आठवे थियेटर ओलिंपिक का समापन समारोह एक डोगरी लोक कथा पर आधारित नाटक 'घुमाई' के मंचन के साथ समाप्त हुआ। १५ दिवसीय कार्यक्रम के दौरान जापान (सकुरा) और यूके (एडम)  के अंतर्राष्ट्रीय प्रोडक्शन भी प्रस्तुत किये गए। पखवाड़े के दौरन ८ प्रोडक्शन प्रस्तुत किये गए इनमे शामिल थे नेटुआ (दिलीप कुमार ), मीता की कहानी (कविराज लाईक ), संतति ( हिमानी शिवपुरी ), अनन्य गाथा ( कन्हैया लाल कैक्टस ), खूबसूरत बला ( हेमा सिंह ), भाड़ दुहाई ( रवि केमू ), वोटिंग फार गोजो ( संकेत जैन ), घासीराम कोतवाल ( राजिंदर नाथ ), और गजब तेरी अदा (प्रो. वामन केन्द्र ) बनारस में प्रस्तुत किये गए अन्य नाटक थे जतायुवधम (संस्कृत -   कलामंडलम संगीता चकयर ), बटोहि ( भोजपुरी/ हिंदी - सभय सिन्हा) व् वेलकम जिंदगी ( गुजरती- सौम्या  जोशी ).