Pages

Pages

Pages

सत्य में समाहित है "आनंद"/ओशो


लोग डरपोक हैं; उनके बारे में चिंता ना करो। तुम अपनी राह चलते रहो, अपनी राह पर नाचते हुए चलते रहो। सिर्फ एक बात याद रखो: जो कुछ भी अच्छा लगे, वह अच्छा है, जो कुछ भी सुंदर लगे, सुंदर है और जो कुछ भी तुम्हें आनंदित करे, प्रसन्न करे, खुश करे, वही सत्य है। इसे एक मात्र कसौटी बन जाने दो। दूसरों की राय की परवाह मत करो। इसे अपनी कसौटी बन जाने दो--जो कुछ भी तुम्हें प्रसन्न करता है, वह निश्चित ही सत्य है। आनंद की एकमात्र कसौटी सत्य है।

No comments:

Post a Comment