बाबा सुतनखु का खत - Kashi Patrika

बाबा सुतनखु का खत

गपशप 


का लोगन मजे में हउअ जा बाल बच्चा सब मस्ती में बा और कहा ? हमरो कटत बा। 

लोगन सुन्नळा जा की नहीं संकटमोचन में संगीत का जुटान होत बाटे, हम ता एक दिना आपन हाजिरी लगा दिहली तोहु लोगन लगा आबा आपन-आपन हाजिरी बाबा के दरबार में। और गर्मी का तनिको फिकिर मत करिहा जा लोगन अबही ले ते निके चलत बा आगे भी भगवन सब नीके रखिहन। 


सुनली जा हर कोई तीज त्यौहार नहीं आबत बा ता जाने केहू दिन समइया निकल के मिलल जा तब न संगे गंगा में डुबकी लगावल जाई।

बाकि मिले पे। 

- बाबा सुतनखु 


1 comment:

  1. hahahah.. gajab kahil aapna ke khayal rakhiy ke garmi bhayi chandal.. aur ke kapaad fodu garmi ayi bhayi logan..

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