सिक्किम की राजधानी और सबसे बड़ा शहर
'गंगटोक' पूर्वी हिमालय में बसा है जिसकी औसत उचाई ५,४१० फीट है , गंगटोक सैलानियों के लिए एक खूबसूरत सफर है। यहां पहुंचने के लिए आप को या तो बागडोगरा हवाई पत्तन पहुंचना होगा या आप को न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन आना होगा, आगे का सफर आप को बाई कार तय करना पड़ेगा।
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गंगटोक से ज़ुलु जाने का रास्ता। |
लाह्सा, तिब्बत और कोल्कता के बीच व्यापारिक मार्ग पर बसा शहर गंगटोक अपनी अद्भुत सुंदरता के लिए विश्व विख्यात है। वर्ष १८४० में बने एंचे मोनेस्ट्री की प्रशिद्धि के बाद से ही यह शहर बुद्धिस्ट पिल्ग्रिमेज के लिए विश्व मानचित्र पर अपनी सुदृढ़ स्थिति बनाए हुए है। यहाँ आने वाले अधिकतर यात्री इसकी अद्भुत सुंदरता और शहर के प्राकृतिक प्रेम के कारण कमोबेश यही का होकर रह जाना चाहते है।
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गंगटोक केबल कार |
खूबसूरत वादियों में स्थित गंगटोक बरबस सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है, सालाना आने वाले सैलानियों में यहाँ एक बड़ा तबका इको- टूरिज़्म के लिए आता है इसके अतरिक्त रिलीजियस और हनीमून यात्रियों का यहाँ वर्ष पर्यन्त ताता लगा रहता है।
पहाड़ी वादियों में स्थित और उत्तरी सिक्किम को जाने के लिए बेस के रूप में स्थित '
गंगटोक' एडवेंचर टूरिस्ट की ख़्वाबगाह है।
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गंगटोक ट्रैकर |
गंगटोक के मुख्य आकर्षण स्थल :
नाथुला पास - पौराणिक सिल्क रूट पर स्थित यह दर्रा भारत को तिब्बत से जोड़ता आया है। यह दर्रा उत्तरी सिक्किम को तिब्बत से जोड़ता है। वर्ष भर यहाँ सैलानियों का ताता लगा रहता है। सिक्किम से लगभग ६० किमी दूर स्थित यह पास अत्यंत सुंदर और मनोहारी दृश्यों और वादियों से होकर गुजरता है।
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नाथुला दर्रा |
त्सोम्गो लेक : गंगटोक से लगभग ४० किमी दूर स्थित यह लेक वर्ष के अधिकतर महीने खासकर सर्दियों भर जमा रहता है। अत्यंत सुन्दर और मीठे पानी का यह लेक और यहाँ तक पहुंचना एक अद्भुत अनुभव है।
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त्सोम्गो लेक |
रंका मोनेस्ट्री : गंगटोक के आस पास बहुत से मोनास्ट्री है उनमे से लगभग २० किमी दूर स्थित यह रंका मॉनेस्ट्री कम सैलानियों को आकर्षित करता है। अपनी अद्भुत बनावट और सुन्दर वादियों के कारण ये मॉनेस्ट्री आने वाले सैलानियों का स्वागत अपने ही ढंग से करता है।
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रंका मॉनेस्ट्री |
गंगटोक में घूमने लायक और भी बहुत सी चीजे है और सही मायने में यह सैलानियों की ख्वाबगाह ही है। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीक एअरपोर्ट बागडोगरा (पश्चिम बंगाल ) है जो यहाँ से लगभग १२४ किमी दूर स्थित है। यहाँ पहुंचने का रेल मार्ग न्यू जलपाईगुड़ी है जहाँ से आप दार्जलिंग रेलवे भी ले सकते है और घूम तक का सुन्दर सफर तय कर सकते है। न्यू जलपाईगुड़ी गंगटोक से लगभग १४८ किमी दूर स्थित है।
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