कनक -कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाए वा खाए बौराए जग ता पाए बौराए।
आज आप का ये सर्वोत्तम पक्षकार आपको धन की लोलुपता से बचने के उपाए बताएगा। आज हम-आप जिस आधुनिकता और व्यापारिक मानसिकता में जी रहे हैं उसमे धन की कमी हमें डिप्रेशन में डाल देगी और अधिकता में हम धन लोलुप हो जाएंगे। इससे बचने का सबसे उत्तम उपाए है सम भाव से धन का इस्तेमाल करें। कमाने में अपने शरीर का नुकसान भी न करे और अपने परिवार की देखभाल भी सही तरीके से करें। इन सब बातों के साथ अपने परिवार को पर्याप्त समय देना न भूलें।
साई इतना दीजिये जा में कुटुम्ब समाए, मैं भी भूखा न रहूं साधु न भूखा जाए।
धन की लोलुपता या लिप्सा से बचने का उपाय है अपनी धन के प्रति सोंच को बदले। धन बस एक जरिया है जिसमे आप भौतिक खुशियां पा सकतें है पर मानसिक शांति के लिए आपको पर्याप्त समय की आवश्यकता होती हैं। अपने को प्रोत्साहित करें सही और सच्चे तरीके से धन को कमाने के लिए न की प्रोत्साहन का इस्तेमाल करें गलत तरिके से धन संचय करने में।
कुछ महत्वपूर्ण बातों का सदैव ख्याल रखें :
- धन की कमी आपको डिप्रेशन में ले जायेगा और अधिकता आपको धन लोलुप बना देगा।
- समय और धन का उचित इस्तेमाल सामाजिक कार्यो में लगाए। जिस समाज के बीच आप कमा रहें है उसका सदैव ध्यान रखें।
-दूसरों को देखकर धन कमाने को अपने आप को प्रोत्साहित न करें ये आप को मानसिक रूप से बीमार बनता हैं।
- अपने दोस्तों और परिवार के साथ क्वालिटी समय बिताए जिसमे धन की बात न के बराबर हो।
- सर्वोत्तम पक्षकार
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