मौसम विभाग के अनुसार अंडमान-निकोबार द्वीप समूह तक पहुंचा मानसून, मंगलवार को करेगा केरल में प्रवेश।। 
गर्मी से बेहाल लोगों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार देश के दक्षिण में सूदूर अंडमान-निकोबार द्वीप समूह तक मानसून पहुंच गया है। अगले 24 घंटे यानी मंगलवार तक मानसून के केरल तट से टकराने का अनुमान है। हालांकि, निजी एजेंसी स्काईमेट का दावा है कि मानसून सोमवार को ही केरल पहुंच गया। ज्ञात हो कि मानसून के केरल तट से टकराने पर देश में बारिश के मौसम की शुरुआत मानी जाती है। यदि मौसम विभाग का अनुमान सही रहा, तो आगामी 15 जून के आसपास मानसून पूर्वांचल में दस्तक देगा।
बंगाल की खाड़ी में हलचल
मौसम विभाग के मुताबिक हिंद महासागर से चल रही मानसूनी हवाओं ने शनिवार को अंडमान-निकोबार में प्रवेश किया। पूर्वांचल की बारिश बंगाल की खाड़ी पर निर्भर है। बंगाल की खाड़ी में प्री-मानसून हलचल शुरू हो गई है। एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ और अपर एअर सर्कुलेशन भी सक्रिय हुआ है। इसका असर पूर्वांचल में दिखने लगा है। दो दिन से पछुआ हवाएं चल रही है। आगामी 30 मई से प्री-मानसून बारिश शुरू होगी। मौसम में यह परिवर्तन चार दिन रहेगा।
जल्द आगमन की थी उम्मीद
मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान लगाया था कि इस बार मानसून पहले दस्तक दे सकता है। वैसे, केरल में आमतौर पर मानसून आने की तारीख 1 या 2 जून होती है। तभी से देश में बारिश का मौसम शुरू होता है। वहीँ, मौसम से जुड़ी भविष्यवाणी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट का दावा है कि केरल के ऊपर मानसून आने जैसी स्थिति बन चुकी है। इस लिहाज से देश में बारिश के मौसम की शुरुआत हो चुकी है।
गर्मी से बेहाल लोगों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार देश के दक्षिण में सूदूर अंडमान-निकोबार द्वीप समूह तक मानसून पहुंच गया है। अगले 24 घंटे यानी मंगलवार तक मानसून के केरल तट से टकराने का अनुमान है। हालांकि, निजी एजेंसी स्काईमेट का दावा है कि मानसून सोमवार को ही केरल पहुंच गया। ज्ञात हो कि मानसून के केरल तट से टकराने पर देश में बारिश के मौसम की शुरुआत मानी जाती है। यदि मौसम विभाग का अनुमान सही रहा, तो आगामी 15 जून के आसपास मानसून पूर्वांचल में दस्तक देगा।
बंगाल की खाड़ी में हलचल
मौसम विभाग के मुताबिक हिंद महासागर से चल रही मानसूनी हवाओं ने शनिवार को अंडमान-निकोबार में प्रवेश किया। पूर्वांचल की बारिश बंगाल की खाड़ी पर निर्भर है। बंगाल की खाड़ी में प्री-मानसून हलचल शुरू हो गई है। एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ और अपर एअर सर्कुलेशन भी सक्रिय हुआ है। इसका असर पूर्वांचल में दिखने लगा है। दो दिन से पछुआ हवाएं चल रही है। आगामी 30 मई से प्री-मानसून बारिश शुरू होगी। मौसम में यह परिवर्तन चार दिन रहेगा।
जल्द आगमन की थी उम्मीद
मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान लगाया था कि इस बार मानसून पहले दस्तक दे सकता है। वैसे, केरल में आमतौर पर मानसून आने की तारीख 1 या 2 जून होती है। तभी से देश में बारिश का मौसम शुरू होता है। वहीँ, मौसम से जुड़ी भविष्यवाणी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट का दावा है कि केरल के ऊपर मानसून आने जैसी स्थिति बन चुकी है। इस लिहाज से देश में बारिश के मौसम की शुरुआत हो चुकी है।



No comments:
Post a Comment