कर्नाटक चुनाव नतीजों में रोचक मोड़ आता दिख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू के चलते भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, लेकिन रुझानों में फिलहाल वह 106 सीटों के आस-पास अटकती दिख रही है। ऐसे में बहुमत को लेकर "गेम" फंसता दिख रहा है। वहीं, कांग्रेस ने पूरी तरह से नतीजे आने से पहले ही जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है और राज्यपाल से मिलने पहुँचे, लेकिन राज्यपाल ने मिलने से इनकार कर दिया। उधर, भाजपा भी नतीजों का इंतजार कर रही है। नतीजों के बाद ही भाजपा भी अपने पत्ते खोलेगी। इस बीच, खबरों के मुताबिक येदियुरप्पा ने दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है।
रुझानों की स्थिति अंत तक कायम रहती है, तो भाजपा को सरकार बनाने में मुश्किल हो सकती है। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर चुनाव हुआ है। दोपहर तक भाजपा स्पष्ट बहुमत हासिल करने की स्थिति में दिखायी दे रही थी, लेकिन उसके बाद कांग्रेस ने अपनी स्थिति सुधार ली और भाजपा जादुई आंकड़े से पिछड़ती दिख रही है। कांग्रेस ने सत्ता के लिए "गेम" बदलने का नया पासा फेंक दिया है। कांग्रेस बिना शर्त जेडीएस को समर्थन देने की बात कही है।
दरअसल, कर्नाटक चुनाव के नतीजे में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता दिख रहा है। कांग्रेस और जीडीएस अगर हाथ मिला ले तब बहुमत का जादुई आंकड़े को पार करती दिख रही है। फिलहाल, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है।
रुझानों की स्थिति अंत तक कायम रहती है, तो भाजपा को सरकार बनाने में मुश्किल हो सकती है। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर चुनाव हुआ है। दोपहर तक भाजपा स्पष्ट बहुमत हासिल करने की स्थिति में दिखायी दे रही थी, लेकिन उसके बाद कांग्रेस ने अपनी स्थिति सुधार ली और भाजपा जादुई आंकड़े से पिछड़ती दिख रही है। कांग्रेस ने सत्ता के लिए "गेम" बदलने का नया पासा फेंक दिया है। कांग्रेस बिना शर्त जेडीएस को समर्थन देने की बात कही है।
दरअसल, कर्नाटक चुनाव के नतीजे में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता दिख रहा है। कांग्रेस और जीडीएस अगर हाथ मिला ले तब बहुमत का जादुई आंकड़े को पार करती दिख रही है। फिलहाल, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है।
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