घुमक्कड़ साथी - Kashi Patrika

घुमक्कड़ साथी

इमेज क्रेडिटेड तो इंटरनेट (कूर्ग)

कोडागु जिला (कूर्ग )


यूं तो पूरा भारत ही अपने अप्रतिम सौंदर्य के लिए जाना जाता है कही के प्राकृतिक दृश्य मनोरम है तो कही के तीज त्यौहार, कही का खान पान प्रसिद्ध हैं तो कही का रेगिस्तान, कही ऊँची ऊँची गगनचुंबी पहाड़ी चोटियाँ है तो कही समतल मैदान का इतिहास कही सागर तो कही द्वीप। हां लेकिन इस सब से दूर अपनी अनोखी जीवन शैली और अनोखे लोगों के लिए कुर्ग आज भी अधिकाँश लोगो की पसंदीदा जगह बना हुआ है। 




कूर्ग दक्षिणी भारतीय प्रायद्वीप के दिल में बसी एक आश्चर्यजनक भूमि है। पश्चिमी घाटों की ढलानों पर स्थित यह क्षेत्र भारत का सबसे ज्यादा कॉफी उत्पादन करने वाला क्षेत्र हैं। कूर्ग समुद्र स्‍तर से लगभग १७१५ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।कूर्ग को भारत का स्‍कॉटलैंड कहा जाता है और इसे कर्नाटक का कश्‍मीर भी कहते है। कूर्ग यहां पाई जाने वाली हरियाली के कारण अत्यधिक प्रसिद्ध है, यहां की सुंदर घाटियां, रहस्‍यमयी पहाडि़यां, बड़े - बड़े कॉफी के बागान, चाय के बागान, संतरे के पेड़, बुलंद चोटियां और तेजी से बहने वाली नदियां, पर्यटकों का मन मोह लेती है। यह दक्षिण भारत के लोगों का प्रसिद्ध वीकेंड गेटवे है, दक्षिण कन्‍नड़ के लोग यहां विशेष रूप से वीकेंड मनाने आते है।

कूर्ग की संस्‍कृति

कूर्ग को संस्‍कृति और परंपरा की दृष्टि से सबसे सुंदर हिल स्‍टेशन माना जाता है। कूर्ग में मनाएं जाने वाले त्‍यौहारों में से हुट्टारी, मेरकारा दसारा, केल पोदू ( केल मुहुरथ या आर्म का त्‍यौहार ) और कावेरी संक्रमण या तुला संक्रमण आदि प्रमुख है। यहां की स्‍थानीय पाक कला में नॉन वेज डिश सबसे ज्‍यादा बनाई जाती हैं। इसके अलावा, यहां का साउथ इंडियन खाना भी बेहद लज़ीज बनता है। कूर्ग की आबादी में कई जनजाति समुदाय शामिल है, इनमें से कुछ प्रजातियों के नाम कोदावा, तुलु, गोवडा, कुदीयास और बुंटास आदि है। यहां की अधिकांश: जनता कोदावा जनजाति से ताल्‍लुक रखती है और यह जनजाति अपनी बहादुरी और आतिथ्‍य के लिए जानी जाती है। कूर्ग सारी दुनिया में यहां की कॉफी पैदावार के लिए जाना जाता है, यह भारत में कॉफी पैदा करने का प्रमुख केंद्र है। कूर्ग में अंग्रेजों ने कॉफी की पैदावार की शुरूआत की थी। अरेबिका और रोबस्‍टा, यहां की मुख्‍य कॉफी की प्रजातियां है जिनकी पैदावार कूर्ग में होती है।

कूर्ग में देखने लायक बहुत कुछ है जैसे मदिकेरी फोर्ट, अबे फाल, कुशलनगर, तालकावेरी, नागरहोल नेशनल पार्क इत्यादि।

दुबारे एलिफैंट कैंप 



No comments:

Post a Comment