कर्नाटक चुनाव के बाद मतगणना के दिन से शुरू हुआ सियासी “नाटक” अपने चरम पर है। उधर, येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ली, इधर भाजपा के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद अब कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर भाजपा का विरोध करने का फैसला लिया है।
कांग्रेस अपने ज्यादातर विधायकों को भाजपा की पकड़ से बाहर रखने के लिए बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में ठहराया हुआ है, लेकिन शपथग्रहण समारोह के बाद कांग्रेस के विधायक रिजॉर्ट से निकलकर बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में विरोध करने के लिए पहुंच गए हैं। येदियुरप्पा की ताजपोशी के विरोध में कांग्रेस के विधायक विधानसभा के सामने भी धरने पर बैठ गए हैं।
बता दें कि कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आजाद की अगुवाई में सभी विधायक प्रदर्शन करने के लिए विधानसभा में एकत्र हुए हैं। गुलाम नबी आजाद के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे, सिद्धारमैया, केसी वेणुगोपाल के साथ पूर्व प्रधानमंत्री एच० डी० देवगौड़ा भी विधानसभा में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच, गुरुवार को सुबह 9 बजे राज्यपाल वजूभाई वाला ने बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। येदियुरप्पा ने तीसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पद संभाला है। कर्नाटक को लेकर ट्विटर पर भी आरोप-प्रत्यारोप के बाण चल रहे हैं राहुल गांधी ने भाजपा पर संविधान का मजाक बनाने का आरोप लगाया है, जिसके जवाब में अमित शाह ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
फिलहाल, बुधवार देर रात सुप्रीम कोर्ट से होता हुआ कर्नाटक "नाटक" गुरुवार सुबह से फिर शुरू हो गया है।
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