
आइए आज अपने सर्वोत्तम पक्षकार के साथ आज हम गुणात्मक वृद्धि के विषय पर कुछ बात करते हैं। मानव मस्तिष्क में सिखने की अद्भुत क्षमता है और हम अपने मस्तिष्क का सिर्फ कुछ प्रतिशत ही इस्तेमाल करते हैं।जितने भी विद्वान् आज तक हमारे दृष्टि पटल से गुजरें है सभी सामान्य मानव मस्तिष्क से कुछ प्रतिशत ज्यादा इस्तेमाल कर हमारे लिए प्रेरणा श्रोत बने हैं।
तो हम मानव मस्तिष्क का विकास कैसे कर सकते है।
-हमें नित्य प्रतिदिन नई चुनौतियों को आजमाना चाहिए।
-अपने क्षेत्र विशेष से हटकर भी अपनी प्रतिभाओं को विकसित करने का प्रयास करें।
-कभी भी नए क्षेत्र में अपने हुनर को विकसित करते समय निराशा को सामने न आने दो।
-सिखने की ललक सदैव बनाए रखें।
-रोज के नित्य नए कार्यों को अपनी सम्पूर्ण क्षमता से करने का प्रयास करें।
अगर आप को इसके विषय में विस्तार से जानना है तो किसी अच्छे परामर्श दाता से संपर्क कर सकते हैं।
No comments:
Post a Comment