हफ्ते भर की खबरों का लेखा-जोखा।।
आम जन के चश्मे से देखें, तो कर्नाटक चुनाव को लेकर हफ्तेभर चला सियासी जुमलेबाजी का आखिर पटापेक्ष हो गया और आज (शनिवार को) 2600 से अधिक उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 4.98 करोड़ से अधिक मतदाता कर रहे हैं। उधर, शुक्रवार को दो दिवसीय नेपाल दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “जनकपुर-अयोध्या” के बीच बस सेवा को हरी झंडी देकर दोनोँ देशों के संबंधों को नई ऊर्जा दी। इन सबके बीच, महाराष्ट्र से आई हिमांशु रॉय जैसे तेजतर्रार ऑफिसर की आत्महत्या की खबर ने सिर्फ विचलित ही नहीं किया, सोचने पर भी मजूबर भी किया कि आज लोग किस कदर अवसाद से घिरे हैं, जिसकी परिणति बढ़ती आत्महत्याओं के रूप में सामने आ रही है। इन सबसे इतर कुछ घटनाओं ने दो संप्रदायों के लोगों के बीच फासला बढ़ाने का काम किया। गुड़गांव में नमाज अदा करने को लेकर हुआ विवाद अभी चल ही रहा था, तब तक शुक्रवार की रात महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा से तनाव बढ़ गया। कश्मीर में पत्थरबाजों के हाथ पर्यटक की मौत ने जहां शर्मसार किया, वहीं डॉलर के मुकाबले रुपये की घटती कीमत आम जन पर महंगाई की मार बढ़ने का लगातार संकेत दे रहा है। बॉलीवुड में इस हफ्ते शादियों का दौर रहा, जिसने तनाव के माहौल में मनोरंजन का तड़का लगाया।
दिलों में बढ़ती दूरियां
एएमयू में "जिन्ना" की तस्वीर को लेकर शुरू हुआ विवाद आगे बढ़कर गुड़गांव में जुमे की नमाज अदा करने वालों पर विरोध के रूप में बरपा। शासन-प्रशासन इसका हल तलाश ही रहा था कि औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच शुक्रवार रात अचानक हिंसा भड़क गई। महाराष्ट्र के औरंगाबाद के पुराने इलाके में शुक्रवार की रात एक झगड़े ने दोनों समुदायों के बीच हिंसक झड़प का रूप ले लिया। धीरे-धीरे यह सांप्रदायिक हिंसा शहर के गांधीनगर, राजाबाजार और शाहगंज इलाकों में भी फैल गई। इसके बाद से रह-रहकर हिंसक झड़पें जारी हैं और प्रभावित इलाकों में दोनों समुदायों के लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की और दुकानों में आगजनी की। इसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गए। दंगाइयों पर काबू पाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें एक बच्चा घायल हो गया। फिलहाल शहर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और तनाव जैसी स्थिति बनी हुई। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
रिश्तों को संवारने की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार से शुरू हुई नेपाल यात्रा पर लोग तीन नए रिकॉर्ड बनने की बात कर रहे हैं। पहला कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल में तीन बार नेपाल नहीं आया। दूसरा कि चार साल में तीन बार भारतीय प्रधानमंत्री नेपाल आए और तीसरा कि नेपाल के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के 33 दिनों बाद भारतीय प्रधानमंत्री नेपाल आए। साल 2014 में नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा से संदेश गया था कि उच्च स्तर पर भी भारत की नेपाल में रुचि है, लेकिन सितंबर 2015 में 'नाकाबंदी' के दौरान उभरे भारत विरोधी प्रदर्शनों ने संबंधों पर गहरी छाप छोड़ी। हालांकि, लगता है दोनोँ देशों के बीच रिश्ते फिर संवर जाएंगे। शुक्रवार को पीएम ने नेपाल स्थित जनकपुर के जानकी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की और जनकपुर-अयोध्या के बीच बस सेवा को हरी झंडी देकर दोनों देशों के बीच रिश्तों को संवारने की पहल की। दोनों देशों के बीच कृषि, अंतर्देशीय जलमार्ग और रेलवे में हुई पहलों सहित अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई। शनिवार को पीएम मोदी ने मुक्तिनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। कुल मिलाकर उनकी नेपाल यात्रा ‘पड़ोस पहले’ की नीति को पुष्ट करती दिख रही है।
जुबानी जंग के अंत की घड़ी
कर्नाटक चुनाव को लेकर लगातार चल रहा जुबानी जंग आखिर वोटिंग के साथ खत्म होता दिख रहा है। शनिवार सुबह से राज्य की 224 में से 222 सीटों के लिए मत डाले जा रहे हैं। राज्य में 4.98 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जबकि 2600 से अधिक उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन वोटरों में 2.52 करोड़ से अधिक पुरुष, करीब 2.44 करोड़ महिलाएं तथा 4,552 ट्रांसजेंडर हैं। चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि राज्य में 55,600 से अधिक वोटिंग केंद्र बनाए गए हैं। कुछ सहायक वोटिंग केंद्र भी होंगे। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 3.5 लाख से अधिक कर्मी चुनाव ड्यूटी पर हैं। सूत्रों ने बताया कि जनजातीय क्षेत्रों में कुछ वोटिंग केंद्र संबंधित स्थान के पारंपरिक रुप में नजर आए।
आत्महत्याओं का बढ़ता तादाद
महाराष्ट्र आतंकवाद-विरोधी दस्ते (एटीएस) के पूर्व प्रमुख और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिमांशु रॉय ने शुक्रवार को मुंबई स्थित अपने घर में खुद को गोली मार ली। खबरों के अनुसार वे दो साल से कैंसर से जूझ रहे थे, जिसक वजह से डिप्रेशन में थे। हिमांशु रॉय 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और डीजल डॉन मोहम्मद अली शेख को गिरफ्तार करने और आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा वे जब मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के प्रमुख थे, उसी दौरान मुंबई हमलों के दोषी अजमल कसाब को सजा सुनाई गई थी। उनके इस पद पर रहते हुए ही इस्लामिक स्टेट में शामिल होने गए कल्याण इलाके के आरिब मजीद को भारत वापस लाया गया था। इन सब मामलों के चलते हिमांशु रॉय पूरे देश में जाना-माना नाम बन गए थे। बावजूद इसके डिप्रेशन में उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया, जो देश में बढ़ते डिप्रेशन को जाहिर करता है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानों द्वारा आत्महत्या की खबर अकसर सुर्खियों में रहती हैं, लेकिन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के वर्ष 2015 के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर घंटे एक छात्र आत्महत्या करता है। वर्ष 2015 में, 8,934 छात्रों द्वारा आत्महत्या के मामले दर्ज हुए हैं। 2015 तक पांच साल में, 39,775 छात्रों ने अपनी जान ली है। आत्महत्या की कोशिशों की संख्या, तो इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है। इनमें से कई का तो दुनिया को पता तक नहीं चल पाता है।
मेडिकल जर्नल लांसेट की 2012 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 से 29 साल के बीच के किशोरों-युवाओं में आत्महत्या की ऊंची दर के मामले में भारत शीर्ष के कुछ देशों में शामिल है। इसलिए समस्या को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। 2015 में महाराष्ट्र में सर्वाधिक 1230 छात्र-छात्राओं ने खुदकुशी की। यह कुल आत्महत्या (8934) का 14 फीसदी है। 955 आत्महत्याओं के साथ तमिलनाडु नंबर दो पर और 625 खुदकुशी के साथ छत्तीसगढ़ नबंर तीन पर रहा। यह ध्यान देने की बात है कि महाराष्ट्र और तमिलनाडु देश के दो सबसे विकसित प्रदेशों में हैं, जिससे हालात की गंभीरता को समझा जा सकता है।
कुल मिलाकर हफ्ता जुबानी तंज के नाम रहा, तो कुछ घटनाओं ने दो संप्रदायों के बीच वैमनस्य बढ़ाया। वहीँ, सोनम कपूर, नेहा धूपिया, हिमेश रेशमिया विवाह बंधन में बंधे और प्रियंका चोपड़ा की कथित शादी ने सुर्खियां बटोरी।
अंततः कुछ पंक्तियां, “हिंदू भी मजे में है, मुसलमाँ भी मजे में। इन्सान परेशान, यहाँ भी है वहाँ भी।”
आम जन के चश्मे से देखें, तो कर्नाटक चुनाव को लेकर हफ्तेभर चला सियासी जुमलेबाजी का आखिर पटापेक्ष हो गया और आज (शनिवार को) 2600 से अधिक उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 4.98 करोड़ से अधिक मतदाता कर रहे हैं। उधर, शुक्रवार को दो दिवसीय नेपाल दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “जनकपुर-अयोध्या” के बीच बस सेवा को हरी झंडी देकर दोनोँ देशों के संबंधों को नई ऊर्जा दी। इन सबके बीच, महाराष्ट्र से आई हिमांशु रॉय जैसे तेजतर्रार ऑफिसर की आत्महत्या की खबर ने सिर्फ विचलित ही नहीं किया, सोचने पर भी मजूबर भी किया कि आज लोग किस कदर अवसाद से घिरे हैं, जिसकी परिणति बढ़ती आत्महत्याओं के रूप में सामने आ रही है। इन सबसे इतर कुछ घटनाओं ने दो संप्रदायों के लोगों के बीच फासला बढ़ाने का काम किया। गुड़गांव में नमाज अदा करने को लेकर हुआ विवाद अभी चल ही रहा था, तब तक शुक्रवार की रात महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा से तनाव बढ़ गया। कश्मीर में पत्थरबाजों के हाथ पर्यटक की मौत ने जहां शर्मसार किया, वहीं डॉलर के मुकाबले रुपये की घटती कीमत आम जन पर महंगाई की मार बढ़ने का लगातार संकेत दे रहा है। बॉलीवुड में इस हफ्ते शादियों का दौर रहा, जिसने तनाव के माहौल में मनोरंजन का तड़का लगाया।
दिलों में बढ़ती दूरियां
एएमयू में "जिन्ना" की तस्वीर को लेकर शुरू हुआ विवाद आगे बढ़कर गुड़गांव में जुमे की नमाज अदा करने वालों पर विरोध के रूप में बरपा। शासन-प्रशासन इसका हल तलाश ही रहा था कि औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच शुक्रवार रात अचानक हिंसा भड़क गई। महाराष्ट्र के औरंगाबाद के पुराने इलाके में शुक्रवार की रात एक झगड़े ने दोनों समुदायों के बीच हिंसक झड़प का रूप ले लिया। धीरे-धीरे यह सांप्रदायिक हिंसा शहर के गांधीनगर, राजाबाजार और शाहगंज इलाकों में भी फैल गई। इसके बाद से रह-रहकर हिंसक झड़पें जारी हैं और प्रभावित इलाकों में दोनों समुदायों के लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की और दुकानों में आगजनी की। इसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गए। दंगाइयों पर काबू पाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें एक बच्चा घायल हो गया। फिलहाल शहर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और तनाव जैसी स्थिति बनी हुई। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
रिश्तों को संवारने की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार से शुरू हुई नेपाल यात्रा पर लोग तीन नए रिकॉर्ड बनने की बात कर रहे हैं। पहला कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल में तीन बार नेपाल नहीं आया। दूसरा कि चार साल में तीन बार भारतीय प्रधानमंत्री नेपाल आए और तीसरा कि नेपाल के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के 33 दिनों बाद भारतीय प्रधानमंत्री नेपाल आए। साल 2014 में नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा से संदेश गया था कि उच्च स्तर पर भी भारत की नेपाल में रुचि है, लेकिन सितंबर 2015 में 'नाकाबंदी' के दौरान उभरे भारत विरोधी प्रदर्शनों ने संबंधों पर गहरी छाप छोड़ी। हालांकि, लगता है दोनोँ देशों के बीच रिश्ते फिर संवर जाएंगे। शुक्रवार को पीएम ने नेपाल स्थित जनकपुर के जानकी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की और जनकपुर-अयोध्या के बीच बस सेवा को हरी झंडी देकर दोनों देशों के बीच रिश्तों को संवारने की पहल की। दोनों देशों के बीच कृषि, अंतर्देशीय जलमार्ग और रेलवे में हुई पहलों सहित अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई। शनिवार को पीएम मोदी ने मुक्तिनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। कुल मिलाकर उनकी नेपाल यात्रा ‘पड़ोस पहले’ की नीति को पुष्ट करती दिख रही है।
जुबानी जंग के अंत की घड़ी
कर्नाटक चुनाव को लेकर लगातार चल रहा जुबानी जंग आखिर वोटिंग के साथ खत्म होता दिख रहा है। शनिवार सुबह से राज्य की 224 में से 222 सीटों के लिए मत डाले जा रहे हैं। राज्य में 4.98 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जबकि 2600 से अधिक उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन वोटरों में 2.52 करोड़ से अधिक पुरुष, करीब 2.44 करोड़ महिलाएं तथा 4,552 ट्रांसजेंडर हैं। चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि राज्य में 55,600 से अधिक वोटिंग केंद्र बनाए गए हैं। कुछ सहायक वोटिंग केंद्र भी होंगे। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 3.5 लाख से अधिक कर्मी चुनाव ड्यूटी पर हैं। सूत्रों ने बताया कि जनजातीय क्षेत्रों में कुछ वोटिंग केंद्र संबंधित स्थान के पारंपरिक रुप में नजर आए।
आत्महत्याओं का बढ़ता तादाद
महाराष्ट्र आतंकवाद-विरोधी दस्ते (एटीएस) के पूर्व प्रमुख और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिमांशु रॉय ने शुक्रवार को मुंबई स्थित अपने घर में खुद को गोली मार ली। खबरों के अनुसार वे दो साल से कैंसर से जूझ रहे थे, जिसक वजह से डिप्रेशन में थे। हिमांशु रॉय 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और डीजल डॉन मोहम्मद अली शेख को गिरफ्तार करने और आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा वे जब मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के प्रमुख थे, उसी दौरान मुंबई हमलों के दोषी अजमल कसाब को सजा सुनाई गई थी। उनके इस पद पर रहते हुए ही इस्लामिक स्टेट में शामिल होने गए कल्याण इलाके के आरिब मजीद को भारत वापस लाया गया था। इन सब मामलों के चलते हिमांशु रॉय पूरे देश में जाना-माना नाम बन गए थे। बावजूद इसके डिप्रेशन में उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया, जो देश में बढ़ते डिप्रेशन को जाहिर करता है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानों द्वारा आत्महत्या की खबर अकसर सुर्खियों में रहती हैं, लेकिन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के वर्ष 2015 के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर घंटे एक छात्र आत्महत्या करता है। वर्ष 2015 में, 8,934 छात्रों द्वारा आत्महत्या के मामले दर्ज हुए हैं। 2015 तक पांच साल में, 39,775 छात्रों ने अपनी जान ली है। आत्महत्या की कोशिशों की संख्या, तो इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है। इनमें से कई का तो दुनिया को पता तक नहीं चल पाता है।
मेडिकल जर्नल लांसेट की 2012 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 से 29 साल के बीच के किशोरों-युवाओं में आत्महत्या की ऊंची दर के मामले में भारत शीर्ष के कुछ देशों में शामिल है। इसलिए समस्या को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। 2015 में महाराष्ट्र में सर्वाधिक 1230 छात्र-छात्राओं ने खुदकुशी की। यह कुल आत्महत्या (8934) का 14 फीसदी है। 955 आत्महत्याओं के साथ तमिलनाडु नंबर दो पर और 625 खुदकुशी के साथ छत्तीसगढ़ नबंर तीन पर रहा। यह ध्यान देने की बात है कि महाराष्ट्र और तमिलनाडु देश के दो सबसे विकसित प्रदेशों में हैं, जिससे हालात की गंभीरता को समझा जा सकता है।
कुल मिलाकर हफ्ता जुबानी तंज के नाम रहा, तो कुछ घटनाओं ने दो संप्रदायों के बीच वैमनस्य बढ़ाया। वहीँ, सोनम कपूर, नेहा धूपिया, हिमेश रेशमिया विवाह बंधन में बंधे और प्रियंका चोपड़ा की कथित शादी ने सुर्खियां बटोरी।
अंततः कुछ पंक्तियां, “हिंदू भी मजे में है, मुसलमाँ भी मजे में। इन्सान परेशान, यहाँ भी है वहाँ भी।”
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