वाराणसी में मंगलवार की शाम एक आफत के रूप में आई जब अमूमन शहर वासी आपने अपने घरों से बाहर निकलकर चौक-चौराहों पर बैठते हैं। शहर में हो रहे निर्माण कार्यों की वजह से आय दिन जाम लगने की बढ़ती समस्या की वजह से यह समय सबसे भीड़-भाड़ वाला बन गया हैं और अगर इस समय कोई हादसा होता है तो बड़ी संख्या में लोगों की हानि होने की सम्भावना बनी रहती हैं। मंगलवार की शाम वाराणसी में रेलवे स्टेशन के सामने बन रहे फ्लाई ओवर की दो बीम गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई। बीम गिरने के कारण बस सहित छह गाडिय़ां फंसी। छह क्रेन बीम को उठाने में लगी। घटनास्थल पर नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की सात टीमें राहत व बचाव कार्य में लगी हैं। टीमों में कुल मिलाकर 325 आदमी काम कर रहे हैं। सरकार इस हादसे में मृतक के परिवारीजन को पांच-पांच लाख तथा गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करेगी।
इस हादसे में 60 से अधिक लोग बीम के नीचे दब गए। 20 शव निकाले जा चुके हैं और तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। बीम के नीचे एक रोडवेज बस, एक बोलेरो, दो कार, एक आटोरिक्शा और चार बाइक दब गई। हादसे का कारण सेतु निर्माण निगम लापरवाही से किए कार्य को बताया जा रहा है। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस, पीएसी और स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। बिना रोड डायवर्जन किए ही रखे जा रहे बीम के चलते यह हादसा हुआ, जिससे पूरे इलाके में आक्रोश व्याप्त है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे के बाद ट्वीट कर गहरा दुख जताते हुए कहा कि- ''वाराणसी में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने के कारण जीवन की हानि से बेहद दुख हुआ। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएं। अधिकारियों को प्रभावित लोगों को सभी संभव सहायता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
अलर्ट किए गए अस्पताल
हादसे को देखते हुए सभी अस्पतालों को प्रशासन ने अलर्ट कर दिया। दीनदयाल अस्पताल व मंडलीय चिकित्सालय में छह डाक्टरों की टीम के साथ दस स्टाफ नर्स समेत मेडिकल स्टाफ तैनात करने के साथ 15 बेड रिजर्व कर दिए गए। वहीं बीएचयू ट्रामा सेंटर में इमरजेंसी वार्ड भी तुरंत बनाया गया। सूचना देकर जिले में तैनात सभी एंबुलेंस तत्काल मौके पर बुला ली गईं। इसकी कमान खुद सीएमओ ने संभाली लेकिन हादसे के दो घंटे बाद भी किसी भी फंसे व्यक्ति को नहीं निकाले जा सकने से डाक्टर लाचार स्थिति में रहे।
स्थानीय लोग आए सहयोग में
फ्लाईओवर के नीचे दर्जनों लोगों के फंसे होने की सूचना के बाद उनको बचाने की कोशिश शाम से ही की जा रही है। भीड़ भरा इलाका होने की वजह से प्रशासन भी लोगों को बचाने के लिए मौके पर पहुंच रहा है साथ ही आपदा राहत बल भी मौके पर पहुंच कर फंसे लोगों को देर रात तक बचाने की कोशिश में लगा रहा। हालांकि स्थानीय लोगों के सहयोग से फंसे लोगों को निकालने का क्रम भी इस दौरान बना रहा
वाराणसी फ्लाईओवर हादसे में मृतक व घायलों की सूची जारी
मृतकों की सूची
(बीएचयू ट्रामा सेंटर से)
-संजय कुमार 37 वर्ष पुत्र खुशीहाल, रामसहेड़ी गाजीपुर
-भवानी एनडीआरएफ 35 वर्ष
-अज्ञात
(रेलवे कैंसर हास्पिटल से)
-खुशीहाल रामसहेड़ी गाजीपुर
-अज्ञात चालक
-वैभव 15 वर्ष
-रामबहादुर सिंह।
(दीनदयाल अस्पताल से)
-राममिलन चौहान, एनडीआरएफ 28 वर्ष बरुहासराय मऊ
(मंडलीय अस्पताल से)
-रामचंद्र 55 वर्ष जौनपुर
-विद्या देवी 55 वर्ष जौनपुर
-अरूण वर्मा 25 वर्ष जौनपुर
-शिवबचन राम 44 वर्ष सहेड़ी गाजीपुर
-दो अज्ञात
घायलों की सूची
-महेंद्र प्रसाद 45 चहनिया चंदौली
-राजेश भास्कर 40 वर्ष पुत्र दयाराम भास्कर, नक्खीघाट वाराणसी
-नीरज 26 वर्ष पुत्र घनश्याम रामनगर
-कुमकुम पत्नी 42 वर्ष पत्नी आरबी सिंह कंचनपुर डीएलडब्ल्यू
-मो. इस्माइल 35 वर्ष बेनियाबाग चेतगंज
-रविप्रकाश श्रीवास्तव 61 वर्ष रामनगर
-सुमित मिश्रा 30 वर्ष भुल्लनपुर
-नसरूद्दीन 25 वर्ष देवरिया
-मो. शकील 30 वर्ष नक्खीघाट
-डा. महेंद्र प्रसाद खरवार 49 वर्ष चहनिया
-पदुमलाल केसरी 35 वर्ष मीरजापुर
-सीताराम 65 वर्ष चंदुआ छित्तूपुर।
: साभार
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