कौमी एकता की मिशाल पेश कर रहे इकबाल॥
एक तरफ जहां देश-दुनिया में धर्म और जाति को लेकर संघर्ष बढ़ रहा है, वहीँ दूसरी ओर विश्व की धार्मिक-सांस्कृतिक राजधानी काशी में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल गढ़ रही है। वाराणसी में जहां श्रावण मास में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए आते हैं, वहीँ कांवरियों का भी तांता लगा रहता है। ऐसे में, एक मुस्लिम युवक ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आने वाले कांवरियों और श्रद्धालुओं के लिए सेवा की वह मिसाल पेश की, जिसे पूरे समाज में सराहा जा रहा है।जी हां, भगवान भोलेनाथ के भक्त और वाराणसी के मशहूर बारबर (नाई) मोहम्मद सादिक इकबाल श्रावण मास में अपना सैलून छोड़ शिवभक्तों की सेवा में लगे हैं। दूर-दराज से पैदल चलकर आने वाले भक्तों के पांव वह खुद अपने हांथों से धुल रहे हैं। उनका मानना है कि नेक काम में मजहब आड़े नहीँ आना चाहिए, इसलिए वह बाबा विश्वनाथ के दरबार में आने वाले भक्तों की थकान दूर करने के लिए उनकी सेवा में शिद्दत से लगे हुए हैं। इकबाल भाई दूर-दराज से आने वाली का कावडियों की टोली का निःशुल्क मसाज करने के साथ-साथ उनकी हेयर कटिंग भी मुफ्त में करते हैं।
इस अनूठी सेवा के बारे में उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्होंने बाबा विश्वनाथ की नगरी में अपना हेयर कटिंग का काम शुरू किया था और यह काम बहुत अच्छा चला। बाबा भोलेनाथ के आशीर्वाद से उन्होंने बहुत तरक्की की। इसीलिए वह अपने मन की शांति के लिए शिवभक्तों की सेवा में जुटे हुए हैं। उनका कहना है कि कावरियों की सेवा उन्हें बेहद संतुष्टि देती है। कांवरिए भी इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं, जिससे वह बेहद खुश हैं।
इकबाल के शिविर में सबसे ज्यादा युवा कांवरिया आ रहे हैं, जो अपने सिर पर ऊं नमः शिवाय और बोल बम जैसी हेयर स्टाइल करवा रहे हैं। उनके पास महिला कांवरियां भी पहुंच रही हैं, जिनकी सेवा उनकी महिला स्टॉफ कर रही हैं। हेयर कटिंग से लेकर उनके सिर का मसाज बिल्कुल निःशुल्क किया जा रहा है, यह सभी सुविधा महिला स्टॉफ द्वारा दी जा रही है। इस सुविधा का लाभ लेने वाले भी सादिक इकबाल के इस कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं। शिवभक्तों का कहना है कि वह जब रास्ते से गुजर रहे थे, तब इनके शिविर को देखा यहां पहुचते ही सभी लोग हमारी सेवा में जुट गए, कोई पानी पिला रहा है, तो कोई हमारे पांव को पखार रहा है। यही नही इनके शिविर में हमारी थकान को मिटाने के लिए मसाज भी किया जा रहा है। महिला कांवरियों का कहना था कि वह बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने जा रही थी, लेकिन उन्हें एक पार्लरनुमा सैलून देखने को मिला और पता चला कि यह सभी सेवा भक्तों के लिए निःशुल्क है। हमने भी इनकी सेवा को लिया जो बेहद ही सराहनीय है।
■■ (फोटो फाइल)
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