अटल जी के अस्थि विसर्जन पर गूंजेगी उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की शहनाई
वाराणसी स्थित गंगा में 25 अगस्त को भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का विसर्जन होने वाला है। इस दौरान वहां भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की शहनाई गूंजेगी। उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के परिजन उनकी शहनाई से राम धुन बजाकर अटलजी को श्रद्धांजलि देंगे। उस्ताद के परिजनों ने बताया कि वे 'रघुपति राघव राजा राम' की धुन बजाकर पूर्व पीएम को अपनी श्रद्धांजलि देंगे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं चंदौली से सांसद डॉ महेंद्र नाथ गंगा में अटलजी की अस्थियों का विसर्जन करेंगे। वाराणसी में अटल जी की अस्थि कलश यात्रा निकालने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। शहर के 65 जगहों से यात्रा गुजरेगी। इस दौरान पुष्प वर्षा भी की जाएगी। आज यानी गुरुवार को राजधानी लखनऊ में अटल जी की अस्थि यात्रा निकाली जा रही है। बीजेपी के राज्य मुख्यालय से 24 अगस्त को सुबह 9 बजे प्रमुख नदियों में अस्थियों के विसर्जन के लिए 16 कलश रवाना किए जाएंगे। कलश को प्रदेश सरकार के एक मंत्री व पार्टी के एक प्रदेश पदाधिकारी अपने साथ लेकर जायेंगे।♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦♦
रक्षाबंधन से पहले मिठाई के दुकानों पर छापेमारी
रक्षाबंधन के त्यौहार से पहले वाराणसी खाद्य विभाग की टीम मिठाइयों की दुकान में छापेमारी कर सैंपल इकट्ठा कर रही है। बुधवार को 16 जगहों से सैंपल लिए गए। छापेमारी का उद्देश्य लोगों को नकली और मिलावटी मिठाइयों के सेवन से बचाना है। इसके लिए को पांच टीमों का गठन किया गया है।डीएम सुरेन्द्र सिंह के आदेश से बुधवार को मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव सिंह ने टीम के साथ सिगरा स्थित श्याम बहार स्वीट्स शॉप पर पहुंचे। यहां से खोवा, पनीर, कलर का सैंपल इकठ्ठा कर लेब्रोटरी को भेजा गया है।
मिठाइयों में निर्धारित कलर की मात्रा, गुणवत्ता के साथ तेल, घी का सैम्पल भी लिया जा रहा कि उसमें मिलावट तो नहीं है। लोगों को नकली और मिलावटी मिठाइयों के सेवन से बचाने को पांच टीमें बनाई गई हैं। 20 सुरक्षा अधिकारी शहर भर में अलग-अलग जगहों से सैम्पल इकठ्ठा कर रहे हैं। अभी तक 16 जगहों से सैम्पल कलेक्ट किया गया है। लैब्रोटरी टेस्ट में फेल होने पर सजा के साथ पांच लाख तक का जुर्माना भी हो सकता है। बर्फी, पेड़ा, रसगुल्ला में अधिकतर मिलावटी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।
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घाट किनारे के सभी भवनों का होगा एक रंग
गंगा किनारे अस्सी से राजघाट तक बनी इमारतों, मकानों पर अलग-अलग रंग लगाने पर रोक लगा दी गई है। अब सभी मकानों पर केवल पत्थर का रंग (रेड स्टैंड स्टोन कलर) लगेगा। पत्थरों पर कोई रंग या पेंट नहीं लगाया जाएगा। शासन की अनुमति मिलने के बाद विकास प्राधिकरण ने बिल्डिंग बाइलाज में संशोधन किया है। वीडीए उपाध्यक्ष ने सम्बंधित अवर अभियंताओं को नियम को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया है।देश-विदेश से आने वाले सैलानी सबसे ज्यादा गंगा घाटों पर विचरण करते हैं। घाटों की प्राचीनता व सुंदरता उन्हें काफी आकर्षित करती हैं। वहीं किनारे बने भवनों का अलग-अलग रंग होने से घाटों की एकरूपता भंग होती है। आकर्षण भी खत्म होता है। भवनों के चक्कर में पत्थरों को पेंट करने से उनका मूल स्वरूप बिगड़ जाता है। इसे देखते हुए विकास प्राधिकरण ने गंगा किनारे स्थित मकानों को एक स्वरूप और रंग में लौटाने के लिए बिल्डिंग बाइलाज में संशोधन किया है।
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वाराणसी महासम्मेलन में शामिल होंगे पांच हजार कायस्थ
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की बैठक जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव के आवास पर प्रदेश महामंत्री आरूणी चंद्र सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 21 अक्टूबर को वाराणसी में कटिंग मेमोरियल इंटर कालेज के मैदान में होने वाले पूर्वांचल कायस्थ महासम्मेलन को सफल बनाने एवं ज्यादा से ज्यादा संख्या में कायस्थों को वाराणसी पहुंचने पर विचार विमर्श हुआ। राष्ट्रीय मंत्री शैलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि जौनपुर कायस्थों का गढ़ है। यहां शहर से लेकर गांव तक कायस्थों को जोड़कर महासभा को संगठित किया जाए। जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि जौनपुर से लगभग पांच हजार कायस्थों का लक्ष्य रखा गया जो वाराणसी में प्रतिभाग करेंगे। साथ ही राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर अभियान चलाकर लोगों को महासभा की नीतियों कार्यों से अवगत कराकर उन्हें सदस्य बनाकर महासभा से जोड़ा जाए।
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