हफ्तेभर की खबरों का लेखाजोखा॥
आम जन के चश्मे से देखे तो, देश की सियासत पूरी तरह चुनावी चाशनी में सराबोर है। ओबीसी जनगणना की तैयारी, राहुल की ‛शिव भक्ति’ और उससे उपजे विवाद, हालिया हुई गिरफ्तारियां सब इसी ओर इशारा करती हैं। इस सबमें निरन्तर लुढ़कता रुपया एवं पेट्रोल-डीजल के आसमान छूते दाम चुनावी उठापटक में दब कर रह गए।इस बीच, आज से लागू हो रहे चार बदलाव आपकी जिंदगी को प्रभावित करेंगे, तो कल देशभर में कृष्ण जन्मोत्सव के साथ ही लगातार त्योहारों के आगमन का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
सियासी तिकड़म: ओबीसी जनगणना या गिरफ्तारियां
साल 2021 की जनगणना में आजाद भारत में पहली बार अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) से संबंधित आंकड़े एकत्रित किए जाएंगे। केंद्र सरकार का यह कदम 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वहीँ, हाल में सामाजिक कार्यकर्ताओं और वामपंथी विचारधारा के समर्थकों की हुई गिरफ्तारी को जहां पुलिस महत्वपूर्ण बता रही है, वहीँ देशभर से पत्रकार-लेखक-सामाजिक कार्यकर्ता इसे सिर्फ सियासत से प्रेरित करार दे रहे हैं। फिलहाल, जनगणना पर लौटे तो मंडल कमीशन की सिफारिशों के आधार पर अन्य पिछड़ी जातियों को आरक्षण दिए जाने के करीब 3 दशक बाद, 2021 की जनगणना में पहली बार ओबीसी की गिनती होगी। गृह मंत्री मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि 2021 की जनगणना में जातिगत आंकड़े एकत्र किए जाएंगे। कोशिश होगी के तीन सालों के भीतर डेटा को अंतिम रूप दिया जा सके, इसके लिए डिजाइन और तकनीक में सुधार किया जाएगा। इसका अर्थ यह है कि जनगणना डाटा 2024 तक तैयार हो जाएगा, इसी साल आम चुनाव होंगे।
केंद्र के इस फैसले से राजनैतिक पार्टियों की वह मांग खत्म हो सकती है कि अंग्रेजों द्वारा 87 साल पहले की गई जाति-आधारित जनगणना के डेटा को अपडेट किया जाए। यूपीए-2 ने यह मांग मानी थी और 2011 में सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना कराई थी। हालांकि 4,893.60 करोड़ रुपये के खर्च पर पूरी हुई इस जनगणना का डेटा सार्वजनिक नहीं किया गया क्योंकि भारत के महापंजीयक ने उसमें कुछ ‘निश्चित गलतियां’ पकड़ी थीं।
आज से चार बदलाव
1 सितंबर यानी आज से आपके जीवन पर असर डालने वाली कई चीजें बदलने जा रही हैं। अब ट्रेन में IRCTC की तरफ से ई- टिकट पर दी जाने वाली मुफ्त ट्रेवल इंश्योरेंस की सुविधा को बंद किया जा रहा है। रेल टिकट के साथ मिलने वाला 10 लाख रुपए तक का बीमा अब रेल यात्रियों को फ्री में नहीं मिलेगा। रेलवे 1 सितंबर से यह सुविधा बंद करने जा रहा है।
डाक विभाग के पूर्ण स्वामित्व वाले इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक 1 सितंबर से शुरू हो जाएगा। यह बैंक कई मायनों में आम बैंकों से अलग होगा। यह देश का पहला ऐसा बड़ा बैंक होगा, जो लोगों घर पर बैंकिंग की सर्विस मुहैया कराएगा। डाक विभाग के देश भर में फैले अपने डाक सेवकों और पोस्टमैन के जरिए यह सर्विस मुहैया कराएगा। आपको बता दें कि बैंक जहां सेविंग अकाउंट पर 4 फीसदी के आसपास ब्याज देते हैं, वहीं डाक विभाग का पेमेंट बैंक सेविंग अकाउंट पर 5.5 फीसदी ब्याज देगा।
आज से कार और बाइक खरीदने पर इनकी कीमत ज्यादा चुकानी होगी। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद IRDAI ने थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के नए नियम जारी किए हैं। इसमें बाइक के लिए 5 साल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और कार के लिए 3 साल का इंश्योरेंस किया जाएगा। पहले ये 1 साल का ही होता है। इस कारण अब आपको 2 साल के थर्ड पार्टी के बीमा का प्रीमियम अब गाड़ी खरीदते समय देना होगा।
साथ ही आज से इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने पर पेनल्टी चुकानी होगी। 5 लाख से कम आय वालों के लिए 1 हजार रुपए की पेनल्टी लगाई जाएगी। वहीं, 5 लाख रुपए से ऊपर आय वाले अगर 31 दिसंबर तक रिटर्न फाइल करेंगे तो उन्हें 5 हजार रुपए की पेनल्टी देनी होगी। 1 जनवरी 2019 से रिटर्न फाइल करने पर 10 हजार रुपए की पेनल्टी देनी होगी।
बिहार से लेकर कैलाश तक चुनावी ‛तूती’
लगता है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‛शिव भक्ति’ या यूं कह लें कि उनकी धार्मिक आस्था बीजेपी को पच नहीं रही। सो राहुल की कैलाश मानसरोवर यात्रा को चीनी यात्रा का नाम देते हुए उनका नया नामकरण ‛चीनी गांधी’ कर दिया गया है। पलटवार करते हुए कांग्रेस ने भी ‛पाप’ पड़ने की बात कही है। कुल मिलाकर, चुनावी साल में एक-दूसरे को घेरने के लिए देश भक्ति और धार्मिकता की नित नई परिभाषाएं गढ़ी जा रही हैं, जीससे
जिससे राजनीतिकों तो कोई नुकसान नहीं हो रहा, लेकिन आम लोगों को भीड़ के हाथों जान गंवाना पड़ रहा है।
उधर, 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के बीच सीट के बंटवारे को लेकर खींचतान का काफी पहले शुरू हुआ खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। कुछ दिनों पहले ही सीटों का गणित तय होने की बात सामने आई थी, जिसके अनुसार बीजेपी को बिहार के 40 में से 20 सीटें मिलना तय हुई थी, जबकि पर जेडीयू को 12 सीटें, रामविलास पासवान की एलजेपी पार्टी को छह सीटें और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी पार्टी को दो सीटों पर चुनाव लड़ना तय माना जा रहा था। अब खबर आ रही है कि जेडीयू इससे सहमत नहीं है और आगामी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ने का मन बना रही है। जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने सीटों की संख्या के फाइनल होने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी सभी पार्टियों के बीच सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। कुछ भी तय नहीं हुआ है। उधर, कुशवाहा के सुर भी समय-समय पर बदलते रहते हैं। लगता है सीटों पर उठापटक का यह सिलसिला लंबा चलेगा।
लुढ़कता रुपया और चढ़ता पेट्रोल-डीजल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2013 में डॉलर के मुकाबले रुपए में आई गिरावट पर कहा था कि कांग्रेस ने भारतीय मुद्रा को आईसीयू में पहुंचा दिया है। अब वो इस मुद्दे पर मौन हैं, जबकि डॉलर की तुलना में रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार रुपए में 26 पैसे की गिरावट के साथ खुले और एक डॉलर की कीमत 71 रुपए हो गई। भारतीय मुद्रा रुपए की 2018 में उभरते बाजार की मुद्राओं में सबसे बुरी हालत दिख रही है। एशियाई देशों की मुद्राओं में सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा रुपया ही है और इसमें करीब 10 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। कमजोर रुपये से आयातित सामान, विदेशों में पढ़ाई और पर्यटन महंगा हो जाता है। इसकी आंच ट्रैवल एजेंसियों को भी सहनी पड़ती है। आर्थिक विश्लेषकों का कहना है कि रुपए का कमजोर होना भारत के व्यापारिक घाटे का भी परिचायक है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में रुपए पर दबाव बना रहेगा।
रुपया गिर रहा है, तो उधर पेट्रोल-डीजल की कीमतेँ दिन-दोगुनी रात-चौगुनी की रफ्तार से बढ़ रही हैं। पेट्रोल की कीमतें कई शहरों में 80 से ऊपर चली गईं, जबकि डीजल के दामों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई। दिल्ली में पेट्रोल 78.52 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 70.21 रुपये प्रति लीटर हो गया है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 85.93 रुपये और डीज़ल 74.54 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।
सरकारी सेवाओं की होम डिलीवरी
दिल्ली में रहने वाले 10 सितंबर के बाद के ड्राइविंग लाइसेंस, विवाह प्रमाणपत्र और राशन कार्ड सहिट विभिन्न सरकारी सेवाएं का लाभ घर बैठे ही उठा सकेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर यह घोषणा की। केजरीवाल ने इसे ‘‘शासन में क्रांति’’ बताया जो ‘‘भ्रष्टाचार के लिए एक बड़ा प्रहार’’ होगा। ‛आप’ सरकार ने इस साल की शुरुआत में सेवाओं को लोगों के घर-घर तक पहुंचाने का प्रस्ताव रखा था और उपराज्यपाल अनिल बैजल पर इसे रोके जाने का आरोप लगाया था।
जैन मुनि तरुण सागर का निधन
जैन मुनि तरुण सागर का शनिवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। उनकी उम्र महज 51 वर्ष थी और वो पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। जैन मुनि को करीब 20 दिन पहले पीलिया की शिकायत के बाद मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि इलाज के बाद भी उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद जैन मुनि ने अपना इलाज करवाने से मना कर दिया था और अपने अनुयायियों के साथ गुरुवार शाम को दिल्ली के कृष्णा नगर स्थित राधापुरी जैन मंदिर चातुर्मास आ गए।
जैन समाज की ओर से जारी बयान में जैन मुनि तरुण सागर के संथारा लेने का दावा किया गया। दिल्ली जैन समाज के अध्यक्ष चक्रेश जैन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि तरुण सागर अपने गुरु पुष्पदंत सागर महाराज की स्वीकृति के बाद संथारा ले लिया और शनिवार सुबह 3.11 बजे उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया है।
अंततः उम्मीद फाजली की पंक्ति
“आसमानों से फरिश्ते जो उतारे जाएं,
वो भी इस दौर में सच बोलें तो मारे जाएं।”
■ सोनी सिंह
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