पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद बनने की ओर अग्रसर इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहाम खान ने एक अखबार को दिए साक्षाकार में खुलकर ये बात कही हैं कि इमरान खान चाहे कुछ भी कह ले वो पूर्ण रूप से पाकिस्तानी सेना के हाथों की कठपुतली हैं। पेशे से पत्रकार रहीं रेहाम ने कहा कि इमरान खान को प्रधानमंत्री बनाने की पटकथा चार साल पहले लिखी गई थी वह अपनी छवि के आधार पर पकिस्तान की विदेश नीति को धार देंगे और जिसमें सेना का सीधा हस्तक्षेप होगा।
उनसे पूछे गए सवाल कि अगर इमरान खान पाकिस्तानी सेना के उम्मीदवार हैं तो उन्होंने 2008 में सेना पर आरोप लगते हुए चुनावों का बहिष्कार क्यों किया। इस पर रेहाम खान ने कहा कि 2008 की स्थिति कुछ ऐसी थी कि इमरान खान को चुनावों में सेना का पूर्ण समर्थन नहीं प्राप्त था तो उन्होंने चुनावों का ही बहिष्कार कर दिया।
कूटनीतिक तौर पर दिए इमरान खान का बयान कि वो भारत के लोगों से किसी भी अन्य राजनेता से जयादा जुड़े हैं; इस पर रेहाम ने कहा कि ये ठीक हैं कि एक क्रिकेटर होने के नाते वो भारत में काफी लोगों को जानते हैं, पर राजनीतिक तौर पर वो पाकिस्तानी सेना की नीतियों के इर्दगिर्द ही काम करते हैं। रेहाम ने कहा कि आपको याद होगा जब नवाज़ शरीफ ने भारत के साथ व्यापार बढाने का प्रयास किया था, तो इमरान ने उन्हें गद्दार कहा था। भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा देने पर उन्होंने आपत्ति जताई थी। इमरान की अपनी कोई आइडिओलॉजी नहीं हैं उन्हें जो कहा जाएगा वो वही करेंगे फिर चाहे वो पकिस्तान के भीतर हो या बाहर।
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