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राजनीतिक सुर्खियां...

मोदी-राहुल में जुबानी तंज

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में कथित अनियमितता को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर निशाना साधा और दावा किया कि 36 विमानों के रखरखाव के लिए अगले 50 वर्षों में देश के करदाताओं को एक निजी भारतीय समूह के संयुक्त उपक्रम को एक लाख करोड़ रुपये देने होंगे। गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘अगले 50 वर्षों में भारतीय करदाताओं को श्रीमान 56 के मित्र के संयुक्त उपक्रम को 36 राफेल विमानों के रखरखाव के लिए 1,00,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।”
वहीं, लखनऊ में रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘भागीदार‘ वाली हाल की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा, ‘इन दिनों मुझ पर एक इल्जाम लगाया गया है कि मैं चौकीदार नहीं, भागीदार हूं। लेकिन देशवासियों मैं इस इल्जाम को इनाम मानता हूं। मुझे गर्व है कि मैं देश के गरीबों के दुखों का भागीदार हूं।’

एनजीटी अध्यक्ष पर एनडीए में फूट

एससी-एसटी एक्ट पर फैसला देने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एके गोयल को
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) का अध्यक्ष बनाने पर एनडीए में विरोध शुरू हो गया है। रामविलास पासवान के बेटे चिराग के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने गोयल के पद को लेकर सवाल उठाए हैं। अठावले ने शनिवार को कहा, "जस्टिस गोयल ने एससी-एसटी एक्ट पर गलत फैसला दिया। मुझे लगता है कि उन्हें एनजीटी का अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए था। मैं एनडीए का हिस्सा हूं, लेकिन मैं उन्हें पद से हटाने की मांग करता हूं। उन्होंने दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।"
सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को एससी-एसटी एक्ट में कुछ बदलाव किए थे। जिसके तहत कोर्ट ने आदेश दिया था, "इस एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी न की जाए।”

कांग्रेस में ‛सीएम कौन’ पर खींचतान

राजस्थान में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने का ख्वाब देख रही कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदर ही अंदर खींचतान हो रही है। हालांकि, कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि राजस्थान में पार्टी के अंदर खेमेबाजी न होने पाये, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में पार्टी की एक बैठक में खुद को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करते हुए कहा, "राजस्थान के लोग एक चेहरे से परिचित हैं, जो 10 वर्षो तक मुख्यमंत्री रह चुका है। मुख्यमंत्री के इस चेहरे पर इससे अधिक और क्या स्पष्टीकरण क्या हो सकता है।" गहलोत का ये बयान ऐसे समय आया है जब आलाकमान धीरे-धीरे सचिन पायलट को आगे चेहरे के तौर पर आगे बढ़ा रहा है।


■ काशी पत्रिका

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